Mining क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Vedanta ने अपने विभाजन की योजना में एक बड़ी बाधा को पार कर लिया है, जिसके तहत उसे अपने 75% सुरक्षित लेनदारों (Secured Creditors) से मंजूरी मिल गई है। इस हरी झंडी के बाद कंपनी stock exchanges से मंजूरी ले सकेगी और उसके बाद National Company Law Tribunal (NCLT) में अपनी विभाजन योजना दाखिल कर सकेगी।
Vedanta Share Price:
(Source: TradingView)
Vedanta Share Structural Transformation
विभाजन के बाद, Vedanta के मौजूदा व्यवसायों को Six Independent Companies में बदल जाएगी:
- Vedanta Aluminium
- Vedanta Oil and Gas
- Vedanta Ltd
- Vedanta Power
- Vedanta Steel and Ferrous Materials
- Vedanta Base Metals
Vedanta Ltd के प्रत्येक शेयर के लिए, शेयरधारकों को पांच नई कंपनियों में से प्रत्येक में एक अतिरिक्त शेयर प्राप्त होगा। इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य streamline operations, enhance shareholder value और Global Investors को आकर्षित करना है।
Chairman Anil Agarwal ने demerged की गई entities को powerful standalone businesses के रूप में देखा है, जिनमें से प्रत्येक Vedanta के मूल मूल्यों को बनाए रखते हुए अपने स्वयं के विकास पथ को तैयार करेगी। कंपनी के पास शेयरधारक रिटर्न का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है, जिसमें पांच साल का कुल शेयरधारक रिटर्न 276% और Average Accumulated Dividend yield 65% है।
Vedanta Share: Financial Performance and Shareholder Returns
Vedanta के पास अपने शेयरधारकों को मजबूत रिटर्न देने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है। जून 2024 तक, कंपनी का पांच साल में कुल शेयरधारक रिटर्न 276% रहा, जिसमें पांच साल का Average Return 65% रहा। ये आंकड़े Vedanta द्वारा अपने निवेशकों को लगातार प्रदान किए गए महत्वपूर्ण मूल्य को रेखांकित करते हैं।
Industry Leadership
Vedanta भारत में $35 बिलियन से अधिक का निवेश किया है और 50 strategic growth projects के माध्यम से तेजी से विस्तार कर रही है। कंपनी भारत में zinc और silver का एकमात्र उत्पादक है और वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। इसके अतिरिक्त, यह भारत का सबसे बड़ा aluminum उत्पादक और तेल का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र उत्पादक है। Vedanta भारत के सबसे बड़े power generators और purchasers of renewable energy में से एक है।